उज्जैन समेत पांचवी और आठवीं का रिजल्ट पूरे मध्यप्रदेश में आ गया है यह बात और है कि टेक्निकल गड़बड़ियों की वजह से राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट नहीं चल पाई और खुद सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर माफी भी मांगना पड़ी
बावजूद इसके ढर्रा नहीं सुधरा और जो जिम्मेदार है उन्होंने वेबसाइट सुधरना तो दूर रिजल्ट तक नहीं सुधरवाया।
जिसके चलते हालत यह है कि उज्जैन के 78 स्कूलों में तो जीरो रिजल्ट आया है। कोई बच्चा पास नहीं हुआ ,,,,ऐसा कैसे हो सकता है,,,? यह ज्वलंत प्रश्न पालकों से लेकर स्कूल संचालकों तक मंडरा रहा है। कई माता-पिताओ ने तो बच्चों को पीट तक दिया कि वह पास नही हो पाए वही कई पलकों ने स्कूल संचालको पर गुस्सा उतारा।
इक्का-दुक्का बच्चे पांचवी आठवीं में पास हुए हैं उज्जैन शहर की पांचवी आठवीं की कॉपियां मंदसौर जांचने के लिए गई थी ,,,,वही ग्रामीण क्षेत्र की कॉपियां दूसरे शहर में गई थी इसलिए वहां का रिजल्ट थोड़ा सा ठीक आया है,,,,, ऐसे में बच्चों से लेकर पालकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
छोटे-छोटे अबोध बच्चे पांचवी और आठवीं में भयंकर पढ़ाई और ट्यूशन के बाद भी कैसे फेल हो सकते हैं यह शोध का विषय है? वहीं जिन जिम्मेदारों ने कॉपियां जांची है उन्होंने काफी तकनीकी और व्यवहारिक गलतियां की है ,,,जिसके चलते उज्जैन अशासकीय शाला संगठन में भी भयंकर रोष है,,,, और आज बुधवार को शाम 4:00 बजे जेडी से मिलने के लिए अशासकीय साला संगठन के पदाधिकारी उज्जैन दशहरा मैदान स्थित कार्यालय पहुंचेंगे,,,, और अपना विरोध दर्ज कराएंगे ।।।यदि कोई रास्ता नहीं निकला तो धरना प्रदर्शन आंदोलन करेंगे ,,,क्योंकि इससे स्कूलों की इमेज भी ख़राब हुई है और बच्चों का भविष्य भी —-जनता की अदालत@@@@ संपादक प्रमोद व्यास@@@ मोबाइल नंबर 8602526457