मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानी जरूरी है, इसलिए सप्ताह में दो दिन एक बैच और फिर दो दिन दूसरा बैच आएगा। इसकी पूरी रणनीति हम बना रहे हैं। जनता ने अगर कोरोना गाइड लाइन का पालन किया तो 9वीं और 10वीं, फिर छठवीं से आठवीं और फिर पहली से पांचवीं के स्कूल खोलेंगे।
शिक्षा सिर्फ अफसर तय नहीं करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा मिलनी चाहिए चाहे कैसे भी मिले। शिक्षा कैसी हो, यह सिर्फ अफसर तय करेंगे, यह नहीं चलेगा। इसलिए हमने मंत्रियों का शिक्षा समूह बनाया है। आजकल अजीब बात है कि छात्र मेहनत का काम कर दे तो मीडिया की सुर्खियां बन जाता है। हमें जरूरत है परिश्रम की। सरकारी शिक्षा ही सिर्फ बेहतर नहीं है।