स्वाधीनता के अम्रतमहोत्सव थीम पर निकलेगी झांकी

🎈उज्जैन ,,,कालिदास समारोह के अंतर्गत जो आयोजन 15 से 21 नवंबर तक होंगे ,,उसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम झांकी निकालने का भी जोड़ा गया है,,, जो स्वाधीनता के अमृत महोत्सव पर होगी। ।।।।।।।।🌴🌴””जनता की अदालत “”से चर्चा में यात्रा संयोजक व भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव केसवानी ने बताया कि जिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है,, उनमें जिस तरह से देश प्रेम कूट-कूट कर भरा हुआ था उसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता ,,,नई पीढ़ी को इस बात से भी अवगत कराना जरूरी है कि स्वाधीनता कितने त्याग तपस्या और बलिदानो के बाद मिली है,,🌴, ऐसे में कालीदास समारोह के शुभारंभ अवसर पर जो कलश यात्रा निकाली जाएगी उसमें स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की प्रतिकृति बनाकर झांकी के तौर पर निकाला जाएगा,, ☀️ऐसी दो झांकियां तैयार की जा रही है जो कि यात्रा में शामिल होगी। यह समारोह में न केवल उज्जैयनी अपितू मध्य प्रदेश व देश के लिए गौरव का विषय है,,,,🌿 इसमें उज्जैन के आम नागरिकों की सहभागिता भी जरूरी है।। यह कलश यात्रा 14 नवंबर को प्रातः 10:00 बजे रामघाट शिप्रा तट से प्रारंभ होगी और तय मार्गो से होती हुई अकादमी परिसर पहुंचेगी। 🎀प्रभारी निदेशक डॉक्टर संतोष पंड्या ने बताया कि कालिदास समारोह में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ,,,केंद्रीय उड्डयन नागरिक मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ,,उज्जैन प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर तक कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे ,हालाँकि अभी प्रहलाद पटेल और सिंधिया व राज्यपाल का कार्यक्रम तय नहीं है,,,, कयास लगाए जा रहे हैं कि सिंधिया और पटेल उइके जी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।।।।🔵 इधर शंकर महादेवन की प्रस्तुति देखने के लिए शहर की जनता लालायित हैं।।। कार्यक्रम में विद्वान जनों के उद्बोधन के साथ ही नृत्य ,गायन ,लोक धर्मी नाट्य ,कला, संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम और संस्कृत से संबंधित विषयों पर मुख्य तौर पर समारोह का फोकस रहेगा।।। 🔵7 दिन के शेड्यूल में अलग-अलग कार्यक्रम साहित्यिक सांस्कृतिक स्तर पर तय किए गए हैं। कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से की जा रही है समय कम बचा है काम ज्यादा है ,,,,🔴ऐसे में पूरा अमला जुटा हुआ है,,, इस बार आमंत्रण पत्र, छपवाए नहीं गए हैं,,, बल्कि E- आमंत्रण के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए व्हाट्सएप और सोशल मीडिया की मदद ली जा रही है…. 5000 से अधिक आमंत्रण पत्रों को इतने कम समय में बांटना संभव नहीं …यही कारण है कि कालिदास समारोह की पूरी समिति E- आमंत्रण के माध्यम से समारोह की जानकारी आगंतुक अतिथियों को भेज रही है।।🌂🌂🌂🌂@जनता की अदालत,,संपादक ,,प्रमोद व्यास,,मो,8602526457,,,

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