उज्जैन के नरवर में करोड़ों का जमीन घोटाला

उज्जैन। सोमवार को हिमावत सिंह झाला एवं उनकी माता कनकबली सिंह झाला द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनसनीखेज आरोप लगाया कि नरवर स्थित उनकी संपत्ति हथियाने और षडयंत्र पूर्वक उनके परिजनों हत्या करने मैं उनकी बुआ विभा सिंह का हाथ है,,, विभा सिंह के सहयोगी भू माफिया व एक बड़े जनप्रतिनिधि मेरी जमीन हड़पना चाहते है,,,, आरोप लगाए गए कि उनकी दादी स्व.अनिला झाला की हत्या की गई है।

मेरी बुआ विभा सिंह दादी अनिला झाला को एक अलग कमरे में बंद रखती थी। मुझे एवं मेरी माता जी को उनसे मिलने नहीं देती थी। उनके अस्वस्थ होने का फायदा उठाया और पैतृक संपत्ति हथियाने के लिए षडयंत्र रचा गया।। अब मैं उक्त जनप्रतिनिधि की शिकायत भी दिल्ली से लेकर भोपाल तक करूंगा जिसके लिए मैं सारे एविडेंस एकत्रित कर रहा हूं।

हेमावत सिंह झाला ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उपरोक्त स्थिति के मद्देनजर हेमावत सिंह ने पूर्व में एसडीएम कार्यालय में धारा 97 के तहत दादी से मिलने एवं उनकी सुरक्षा की मांग भी की थी इसके पश्चात एसडीएम ने आदेश पारित किया था कि ,,,,इनके इनकी दादी अनिला झाला से मिलने के अधिकार को सुरक्षित रखा जाए ,,,साथ ही उनकी मानसिक दुर्बलता का स्पष्टीकरण किया जाए ,,,वह अत्यंत कमजोर है सुनने और समझने की स्पष्टता का अभाव है ,,,,,ऐसे में तुरंत चिकित्सीय जांच के भी आदेश दिए।।।

इधर ऐसे में बुआ विभा सिंह एसडीएम के आदेश के बावजूद दादी से हमे मिलवाना नहीं चाहती थी क्योंकि षड्यंत्र का पर्दाफाश हो जाता ,,,,,ऐसे में बुआ विभा सिंह द्वारा उज्जैन शहर के भूमाफिया एवं जिले के एक बड़े जनप्रतिनिधि का सहयोग लेते हुए दादी को हमारे पैतृक निवास से बलपूर्वक रजिस्ट्रार कार्यालय विल संपादित करवाने की मंशा से ले गई।

हिमावत सिंह ने मीडिया को बताया कि में स्वयं व मेरे साथ अन्य ग्रामीण जन दादी और इनका पीछा करते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच गए ।।।।जहां पर रजिस्ट्रार महोदय ने मानसिक अक्षमता के चलते विल संपादित करने से इंकार कर दिया ।।।।।यहां वहीं से इन्होंने आनन-फानन में रतलाम पंजीयक कार्यालय में भी प्रयास किया गया लेकिन वहां पर भी कोई कामयाबी इन्हें नहीं मिल सकी ।।।।पूर्व में भी रजिस्ट्रार कार्यालय उज्जैन के कर्मचारियों व इनके एक वकील द्वारा घर में दाखिल होकर दादी के दस्तावेजों को संपादित करने का षड्यंत्र रचा गया ,,,,,,जिसकी आपत्ति लेने पर व ग्रामीणजनों के एकत्रित होने पर इन्हें वापस जाना पड़ा,,,,,जिसकी शिकायत पुलिस थाना नरवर में दर्ज कराई गई,,,,,,विल के संपादित ना होने से दादी को वापस घर नहीं ले जाते हुए इनके एक सहयोगी पार्टनर व विख्यात कारोबारी की एक होटल में फर्स्ट फ्लोर के कमरे में असामाजिक तत्वों का पहरा लगाकर बंदी बनाकर रखा गया ,,,,,जब वो होटल उन्ही के अंडर में थी,,,,,,जिसकी जानकारी हमें काफी समय बाद मिली की दादी को होटल में छुपा कर रखा गया है,,,,,माननीय उच्च न्यायालय को भ्रमित करते हुए मुझ हेमावत सिंह को अपराधी की श्रेणी में बताया गया,,,,, व विल को जोरजबस्ती संपादित नहीं होने देने का आरोप लगाया,,,,, और माननीय उच्च न्यायालय को गुमराह करते हुए यह आदेश पारित करवा लिया कि यह विल संपादित होने की प्रक्रिया को बुआ विभा सिंह के वकील रिकॉर्डिंग कराएंगे।। उक्त रिकॉर्डिंग मेरे पास अवलोकन के लिए सुरक्षित है जिसे देखकर कोई भी निर्णय ले सकता है कि उक्त विल एवं पावर की प्रक्रिया असत्य थी,, सत्य थी,,,, या संगठित रूप से सोची समझी साजिश के तहत की गई।

उक्त संपूर्ण घटनाक्रम के पश्चात हमें वह हमारे रिश्तेदार व नरवर के ग्रामीणजनों को यह स्पष्ट हो गया था कि षड्यंत्र की प्रक्रिया के तहत यह सब किया गया है ,,,,और उक्त संपत्ति की विल और पावर बुआ विभा सिंह ने स्वयं के नाम पर करवा ली है ,,,,,एवं आनन-फानन में अपने सहयोगी व भुमाफियाओं को रजिस्ट्री भी ओने पौने दाम में कर दी है,,,,,, दादी अनिला झाला अगर सब के संपर्क में आ जाएगी तो,,,, इस घृणित षड्यंत्र का पर्दाफाश हो जाएगा,,,, ऐसे में मेरी दादी अनिल झाला की हत्या भी इनके द्वारा की जा सकती है ऐसा मैंने पूर्व में भी जिला प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर पुलिस को बताया था।।

अंततः जिस प्रकार की आशंका थी,,हुआ भी वही,,,,,, दिनांक 16 मार्च 2023 को हम सबके लिए एक घातक दिन आया ,,,,,जिस दिन अन्य प्रकरण की सुनवाई के दौरान एसडीएम के न्यायालय में 1 माह पूर्व मेरी दादी की मृत्यु को उद्घाटित किया गया।।।।।। उनका क्रिया कर्म कहां किया गया ??वह किन लोगों द्वारा किया गया यह आज दिनांक तक हमें कुछ पता नहीं चल सका है ।।। उक्त घटनाक्रम के बाद हमारे रिश्तेदार व ग्रामवासियों में काफी आक्रोश था,,,, क्योंकि मेरा परिवार एक राज परंपरा से आता है,,,,, इसलिए मेरी दादी स्वर्गीय अनिल झाला की संपत्ति हथियाने की साजिश में पहले तो दूर रखना ,,,फिर उनकी हत्या करवा देना,,, कोई मामूली बात नहीं थी,,,, जिसके चलते हमने पुलिस अधीक्षक व पुलिस थाना माधवनगर नरवर थाना आदि में घटनाक्रम की व्यवस्था के लिए आवेदन दिए हैं ,,,,,सारांश है कि उक्त घटनाक्रम मेरी बुआ विभा सिंह से जुड़ा है जिनका बिहार में विवाह हुआ था वे संपत्ति को हथियाने के प्रयास में उज्जैन के ग्राम नरवर में दादी के साथ आकर रहने लगी थी,,, लेकिन धीरे-धीरे षड्यंत्र रचते हुए एक संगठित भूमाफिया व राजनीतिक लोगों के गिरोह में शामिल होकर व इस कुत्सित – घृणित कार्य को अंजाम दिया जो कि सामाजिक स्तर पर भी रिश्तों को कलंकित करने का कार्य है। अतः मीडिया से लेकर जिला प्रशासन,,,, पुलिस प्रशासन से आग्रह है कि इस पूरे मामले की जांच की जाए और जो भी दोषी है उनको सजा दी जाए। मुझे माउस से और मेरे परिवार को न्याय दिलाया जाए। @जनता की अदालत,,सम्पादक ,,प्रमोद व्यास मो.8602526457

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