⛩️उज्जैन महाकाल बाबा के शिखर पर विराजित भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर वर्ष में एक बार खुलता है । 🚩 12 अगस्त की दरमियानी रात 12:00 बजे पट खुले और महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरी महाराज ने सर्वप्रथम पूजा अर्चना की।।।। इस दौरान मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी भी मौजूद रहे।।।। 🚩जब पूजन अर्चन समाप्त हो गया और ऑनलाइन दर्शन किए जाने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हो गई ।।।इसी दौरान जनता की अदालत को जानकारी मिली कि,,,,भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय ने भी मंदिर में पहुंचकर साक्षात दर्शन कर लिए।।🚩। जिसका खासा विरोध मंदिर में मौजूद मीडियाकर्मियों और दूसरे लोगों ने किया और यह कहा कि ऑनलाइन दर्शन किए जाने की व्यवस्था है ,,,,तो फिर ऑफलाइन सीधे दर्शन क्यों किए जा रहे हैं??? इसका जवाब कैलाश विजयवर्गीय ने नहीं दिया—/ साथ ही विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय ने भी चुप्पी साध ली—- 🚩कुल मिलाकर महाकाल मंदिर में वीआइपीओ को जिस तरह से प्रवेश देकर दर्शन कराए गए उससे अब नया बखेड़ा खड़ा हो गया है,,,, और जिम्मेदार इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं,,,,, देखना है कि आम लोगों और खास लोगों के लिए अलग-अलग तरह की व्यवस्था को लेकर अब प्रशासनिक अधिकारी क्या रुख अपनाते हैं,,, क्योंकि जवाब तो देना ही पड़ेगा,,,,,जनता की अदालत से जानिए ,,,यह है पूरा मामला,,,, आज शुक्रवार को सुबह महाकाल मंदिर में अजीब स्थिति बन गई तथा मंदिर के पट खोलकर भस्मारती करने वाले पुजारियों को ही प्रवेश नहीं मिलने से आरती में देरी हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपंचमी के कारण रात 12 बजे नागचंद्रेश्वर के दर्शन शुरु हो गए थे और शयन आरती के बाद महाकाल के पट रात 11 बजे बंद हो गए।,,,आज शुक्रवार को सुबह 4 बजे भस्मारती होनी थी। इसके पूर्व ही पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक आकाश विजयवर्गीय ,, रमेश मेंदोला ,,,एवं अन्य स्थानीय भाजपा नेता पीछे धर्मशाला की ओर से सभामंडप हाल में पहुँच गए और बैठ गए। जब 4 बजे के लगभग गेट नंबर 4 से आरती करने वाले पुजारी तथा अन्य पुजारी आए तो उन्हें रोका गया। इस कारण विवाद की स्थिति बन गई और हंगामा भी हुआ। जबकि वीआईपी लोगों का गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंध है। बाद में पुजारियों ने आरोप लगाया कि सुबह 4 बजे से पहले ही भाजपा नेताओं को सभामंडप में बैठा दिया गया था और कैमरे बंद कर दिए गए थे तथा हमें भी इसी कारण रोका गया। इस कारण से करीब साढ़े 4 बजे भस्मारती शुरु हुई।🌋🌋🌋 इन सब आरोप और वस्तुस्थिति में कितनी हकीकत है इसकी जांच मंदिर प्रशासक जिला प्रशासन कर आएगा उसके बाद ही सच्चाई सामने आएगी जनता की अदालत ,,,संपादक ,,,प्रमोद व्यास मोबाइल नंबर 86025 26457🚩
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